Hanuman Chalisa Path Pdf हनुमान चालीसा पाठ पीडीऍफ़

Hanuman Chalisa Path Pdf नमस्कार दोस्तों आज फिर से आपको हमारे इस हिंदी वेबसाइट में हम आपकी स्वागत करते हैं आज हम आपके लिए लेकर आए हैं श्री हनुमान जी की चालीसा पीडीएफ में जो कि गोस्वामी तुलसीदास द्वारा रचित है

श्री हनुमान चालीसा की वंदना और उनकी सेवा करने पर आपको नकारात्मक शक्तियों से छुटकारा प्राप्त होती है, साथ ही साथ सभी प्रकार की भूत पिशाच आपके निकट उपस्थित नहीं होते हैं ,नहीं आते हैं 

Hanuman Chalisa Path Pdf
श्री हनुमान चालीसा Hanuman Chalisa Hindi

आप इसका प्रतिदिन 51 बार या फिर अधिकतम 101 बार पाठ करते हैं तो श्री हनुमान जो कि श्री राम जी के भक्त हैं वह आपके सभी कष्टों से छुटकारा दिल देंगे 

श्री हनुमान चालीसा पुस्तक खरीदें.
Hanuman Chalisa Path Pdf

अभी अमेज़न में ऑफर चल रही है आप श्री हनुमान चालीसा की पुस्तक कम मूल्य में खरीद सकते है.

यहां मैं आप लोगों के लिए श्री हनुमान चालीसा का पीडीएफ लेकर आया हूं जिसे आप पढ़कर आसानी से डाउनलोड कर सकते हैं साथ ही साथ यदि आपको श्री हनुमान चालीसा की पुस्तक चाहिए तो उसको अमेजॉन में जाकर उसे खरीद सकते हैं 

व्हाट्सएप ग्रुप Join Now
टेलीग्राम ग्रुप Join Now

अर्थात हमारे द्वारा दिए गए लिंक को क्लिक करके ही आप हनुमान चालीसा की पीडीएफ खरीद सकते हैं वह भी बिल्कुल बेहद ही चीप रेट ऑफर में .

Hanuman Chalisa Path Pdf Free Download

// दोहा //

श्रीगुरु चरन सरोज रज निज मनु मुकुरु सुधारि ।
बरनउँ रघुबर बिमल जसु जो दायकु फल चारि ॥

बुद्धिहीन तनु जानिके, सुमिरौं पवन कुमार
बल बुधि विद्या देहु मोहि, हरहु कलेश विकार

||चौपाई||

जय हनुमान ज्ञान गुन सागर
जय कपीस तिहुँ लोक उजागर॥१॥
राम दूत अतुलित बल धामा
अंजनि पुत्र पवनसुत नामा॥२॥

महाबीर बिक्रम बजरंगी
कुमति निवार सुमति के संगी॥३॥
कंचन बरन बिराज सुबेसा
कानन कुंडल कुँचित केसा॥४॥

हाथ बज्र अरु ध्वजा बिराजे
काँधे मूँज जनेऊ साजे॥५॥
शंकर सुवन केसरी नंदन
तेज प्रताप महा जगवंदन॥६॥

विद्यावान गुनी अति चातुर
राम काज करिबे को आतुर॥७॥
प्रभु चरित्र सुनिबे को रसिया
राम लखन सीता मनबसिया॥८॥

सूक्ष्म रूप धरि सियहि दिखावा
विकट रूप धरि लंक जरावा॥९॥
भीम रूप धरि असुर सँहारे
रामचंद्र के काज सवाँरे॥१०॥

लाय सजीवन लखन जियाए
श्री रघुबीर हरषि उर लाए॥११॥
रघुपति कीन्ही बहुत बड़ाई
तुम मम प्रिय भरत-हि सम भाई॥१२॥

HANUMAN CHALISA PDF FILE हनुमान चालीसा पीडीएफ फाइल

सहस बदन तुम्हरो जस गावै
अस कहि श्रीपति कंठ लगावै॥१३॥
सनकादिक ब्रह्मादि मुनीसा
नारद सारद सहित अहीसा॥१४॥

जम कुबेर दिगपाल जहाँ ते
कवि कोविद कहि सके कहाँ ते॥१५॥
तुम उपकार सुग्रीवहि कीन्हा
राम मिलाय राज पद दीन्हा॥१६॥

तुम्हरो मंत्र बिभीषण माना
लंकेश्वर भये सब जग जाना॥१७॥
जुग सहस्त्र जोजन पर भानू
लिल्यो ताहि मधुर फ़ल जानू॥१८॥

प्रभु मुद्रिका मेलि मुख माही
जलधि लाँघि गए अचरज नाही॥१९॥
दुर्गम काज जगत के जेते
सुगम अनुग्रह तुम्हरे तेते॥२०॥

राम दुआरे तुम रखवारे
होत ना आज्ञा बिनु पैसारे॥२१॥
सब सुख लहैं तुम्हारी सरना
तुम रक्षक काहु को डरना॥२२॥

आपन तेज सम्हारो आपै
तीनों लोक हाँक तै कापै॥२३॥
भूत पिशाच निकट नहि आवै
महावीर जब नाम सुनावै॥२४॥

नासै रोग हरे सब पीरा
जपत निरंतर हनुमत बीरा॥२५॥
संकट तै हनुमान छुडावै
मन क्रम वचन ध्यान जो लावै॥२६॥

सब पर राम तपस्वी राजा
तिनके काज सकल तुम साजा॥२७॥
और मनोरथ जो कोई लावै
सोई अमित जीवन फल पावै॥२८॥

चारों जुग परताप तुम्हारा
है परसिद्ध जगत उजियारा॥२९॥
साधु संत के तुम रखवारे
असुर निकंदन राम दुलारे॥३०॥

अष्ट सिद्धि नौ निधि के दाता
अस बर दीन जानकी माता॥३१॥
राम रसायन तुम्हरे पासा
सदा रहो रघुपति के दासा॥३२॥

तुम्हरे भजन राम को पावै
जनम जनम के दुख बिसरावै॥३३॥
अंतकाल रघुवरपुर जाई
जहाँ जन्म हरिभक्त कहाई॥३४॥

और देवता चित्त ना धरई
हनुमत सेई सर्व सुख करई॥३५॥
संकट कटै मिटै सब पीरा
जो सुमिरै हनुमत बलबीरा॥३६॥

जै जै जै हनुमान गुसाईँ
कृपा करहु गुरु देव की नाई॥३७॥
जो सत बार पाठ कर कोई
छूटहि बंदि महा सुख होई॥३८॥

जो यह पढ़े हनुमान चालीसा
होय सिद्ध साखी गौरीसा॥३९॥
तुलसीदास सदा हरि चेरा
कीजै नाथ हृदय मह डेरा॥४०॥

// दोहा //

पवन तनय संकट हरन, मंगल मूरति रूप।
राम लखन सीता सहित, हृदय बसहु सुर भूप॥

HANUMAN CHALISA PDF FILE Download

हनुमान चालीसा पीडीऍफ़ डाउनलोड करे .Download
हनुमान चालीसा पुस्तक ख़रीदे. ख़रीदे.

hanuman chalisa pdf hindi
hanuman chalisa pdf english
hanuman chalisa pdf telugu
hanuman chalisa pdf odia
hanuman chalisa pdf with images
hanuman chalisa pdf 1 page
hanuman chalisa pdf bengali
hanuman chalisa pdf red colour
hanuman chalisa pdf hindi arth
hanuman chalisa pdf kannada
hanuman chalisa pdf hindi me

WhatsApp Group Join Now
Telegram Group Join Now

Leave a Comment